फरीदाबाद: हरियाणा सरकार बड़े बड़े दावे करती है कि प्रदेश के खिलाडियों को हर तरह की सुविधाएं दी जा रहीं हैं लेकिन हाथी के दांत दिखाने के लिए और खाने के लिए और होते हैं और उसी तरह हरियाणा सरकार के कई दावे पूरी तरह से झूंठे साबुत हो रहे हैं। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एल एन पाराशर का जिन्होंने शुक्रवार सुबह फरीदाबाद के सेक्टर 12 स्थित हरियाणा राज्य खेल परिसर का दौरा किया और वहाँ की कमियों को सार्वजनिक कर हरियाणा के खेल मंत्री को आइना दिखाया।
पाराशर ने कहा कि खेल परिसर में सफाई व्यवस्था नहीं है। खिलाडियों को जहरीला पानी पिलाया जा रहा है। आरो मशीन बंद है। खिलाड़ी या तो सीधा सप्लाई का जहरीला पानी पियें या बाहर से खरीदकर लाते हैं। पाराशर ने कहा कि स्टेडियम में सैकड़ों महिला खिलाड़ी हर रोज अभ्यास करने पहुंचतीं हैं लेकिन उनके लिए शौंचालय नहीं है। महिला शौंचालय को स्टोर रूम बना दिया गया है। एक और महिला शौंचालय है तो उसका गेट टूटा हुआ है जिस कारण महिला खिलाड़ी उनमे शौंच के लिए नहीं जाती हैं। पाराशर ने कहा कि पिछले साल मैंने यहाँ बने सिंथेटिक ट्रैक का मामला उठाया था जिसे फ़टाफ़ट शुरू किया गया लेकिन अन्य कई सुविधाएँ इस स्टेडियम में नदारद हैं।
उन्होंने कहा कि फरीदाबाद ही नहीं पलवल जिले के खिलाड़ी भी यहां प्रैक्टिस करने आते हैं और बड़ी मात्रा में बेटियां यहाँ प्रैक्टिस करने पहुँचती हैं और इस समय 43 डिग्री तापमान में वो दूर से यहाँ प्रैक्टिस करने पहुँचते हैं और जहरीला पानी पीकर बीमार हो रहे हैं और प्रैक्टिस के दौरान बेटियां बहुत परेशान होती हैं क्यू कि शौंच के लिए उन्हें बहुत दूर या किसी जान पहचान वाले के घर जाना पड़ता है।
पाराशर ने कहा कि फरीदाबाद-पलवल की जनसँख्या 30 लाख से ज्यादा है और ये दोनों जिले अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी दे सकते हैं लेकिन जब अभ्यास ही नहीं कर सकेंगे तो अंतर्राष्ट्रीय मैडल कैसे ले आएंगे। उन्होंने कहा कि प्रैक्टिस करने वाले खिलाडियों ने जब अपना दर्द मुझे बताया और पूरे स्टेडियम की कमियों को मुझे दिखाया तो मुझे बहुत दुःख हुआ। पाराशर ने कहा कि खिलाडियों ने उन्हें बताया कि सैकड़ों खिलाड़ी दिल्ली जाकर अभ्यास करते हैं क्यू कि यहाँ सुविधाओं का अभाव है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन धरातल पर जो दिख रहा है उसे देख लगता है कि उनके दावे खोखले हैं। पाराशर ने कहा कि फरीदाबाद प्रशासन और स्थानीय नेताओं को तुरंत ऐक्शन लेना चाहिए और स्टेडियम के शौंचालय को ठीक करवाना चाहिए और खिलाडियों के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था करनी चाहिए।
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