कुरुक्षेत्र राकेश शर्मा : गर्मी मे तापमान अपनी चरम सीमा पर पहुँच रहा है तो गर्मी से बचने के लिए लोग भी तरबूज का सहारा ले रहे है। शहर के कोने कोने मे भारी मात्रा मे तरबूज के लगे ढेर इस बात को प्रमाणित भी करते है ,गर्मी से बचने और प्यास को बुझाने के लिए तरबूज का भरपूर आनंद ले रहे है। गर्मी के मौसम मे तरबूज शरीर को शीतलता देने के लिए उत्तम फल माना जाता है यही वजह है की तापमान बढ़ने के साथ साथ इसकी आवक भी बढ़ने लगती है इसलिए बाजार मे आते ही इसकी खरीददारी भी बढ़ जाती है अमूमन लोग इसको ठंडा करके कहते है जिससे इसका स्वाद दुगना हो जाता है।
करनाल और कुरुक्षेत्र की मंडियों मे भरमार ------------
गुजरात और उत्तरप्रदेश तक के तरबूज कुरुक्षेत्र की मंडी मे भारी मात्रा मौजूद है जिनको भारी मात्रा में लाकर शहरों में बेचा जाता हैं,तरबूज विक्रेता कबीर ने बताया की वह 25000 रुपए का तरबूज ले कर आते है और जिसको बेचने के लिए चार से पांच दिन लग जाते है। परिवार के पांच भाईयो मे से तीन भाई यह काम करते है और हर रोज तक़रीबन एक किवंटल से ज्यादा का तरबूज बेच देते है। जिससे उनका खर्चा और घर का गुजरा हो जाता है।
बाजार मे तीन प्रकार का तरबूज की बिक्री---------------
कबीर और उसके भाई क़ासिम ने बताया की बाजार मे तीन प्रकार के तरबूज की बिक्री है , देशी तरबूज , सेंचरी और आलिया। देसी और सेंचरी तरबूज की बिक्री ज्यादा है और फुटकर मे बीस रुपए किलो के हिसाब से बेचा जा रहा है , तरबूज की फसल सबसे अधिक नदियों के किनारे होती है जिससे यह ज्यादा फैलावट व् मीठा हो जाता है। कबीर ने बताया की वह काफी समय से इस काम को कर रहे है दो महीने के सीजन के बाद भी वह फल और फ्रूट को ही मंडियों से लाकर बेचते है।
विशेषज्ञ कहते हैं कि तरबूज को रात में नहीं खाना चाहिए. तरबूज में थोड़ा सा एसिड पाया जाता है, ऐसे में अगर इसे रात में खाया जाए तो हो सकता है कि इसे डाइजेस्ट करने में आपको समस्या हो। तरबूज खाने का सबसे सही समय दोपहर 12 से 1 बजे के बीच का होता है।
रात में तरबूज खाने से इसे हजम करना मुश्किल होता है. रात में इसे खाने से आपको इरिटेबल आंत्र सिंड्रोम जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ये भी हो सकता है कि अगले दिन आपका पेट खराब हो जाए. दिन के मुकाबले रात को हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम काफी धीमी गति से काम करता है, इसलिए रात के समय शक्कर और अम्लीय खाद्य पदार्थों से दूर रहने की सिफारिश की जाती है।
तरबूज में प्राकृतिक रूप से चीनी पाई जाती है. यहां चीनी से हमारा मतलब मिठास से है. ऐसे में हो सकता है कि हमेशा रात को इसे खाने से आपको वजन बढ़ने लगे।
हम सब जानते हैं कि तरबूज में भारी मात्रा में पानी होता है. ऐसे में हो सकता है कि रात के समय इसे खाने के बाद आपको बार-बार टॉयलेट जाना पड़े और आपकी नींद पूरी न हो सके।
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