फरीदाबाद: पलवल के गांव बंचारी में केंद्रीय राज्यमंत्री और फरीदाबाद से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी कृष्णपाल गूर्जर ने भड़ाना बंधुओं पर जमकर बरसे। उन्होने कांग्रेस प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना और एमपी के मुरैना से उनके भाई बसपा प्रत्याशी करतार भड़ाना के दल बदलु होने का पूरा इतिहास लोगों के सामने खोल दिया और कहा कि देश में पीएम मोदी और फरीदाबाद लोकसभा से भाजपा की जीत निश्चित है दूसरे प्रत्याशी तो इलाके में दिखाई हीं नहीं दे रहे हैं जिससे यही दिखाई देता है कि जनता फिर से उनकी जमानत जब्त कराने का काम करेगी वहीं उन्होने अवतार सिंह भड़ाना द्वारा सीएम खट्टर को पाकिस्तान भेजने वाले ब्यान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि भड़ाना की मानसिक्ता का दिवाला निकल चुका है पूरी पंजाबी कौम को गाली देने वाले की राजनीति में कोई जगह नहीं है बीते दिनों हथीन की एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना ने कहा था कि वो सीएम खट्टर को पाक भेजने का काम करेंग ।
साथ ही कहा शहरों में लोग 30 प्रतिशत मतदान करते हैं आप 70 फीसदी मतदान करने का काम करें। जिसके बाद फरीदाबाद लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गूर्जर ने अवतार सिंह भड़ाना और उनके भाई करतार सिंह भड़ाना को जमकर कोषा। लोगों को भड़ाना बंधुओं का इतिहास बताते हुए कहा कि अवतार सिंह भड़ाना बहुत बड़ा दल बदलु हैं सबसे पहले बिना विधायक बने भडाना को चौधरी देवीलाल ने मंत्री बना दिया था। फिर भड़ाना कांग्रेस में चला गया था फिर चंद्रशेखर की पार्टी से राजस्थान के दौसा से लोकसभा का चुनाव लड़े। फिर कांग्रेस का दामन थाम लिया और सांसद बने पिछला लोकसभा चुनाव अवतार भड़ाना ने कांग्रेस से सांसद रहते हुए कांग्रेस से लड़ा और चुनाव हारने के बाद इनेलो पार्टी में चले गये। फिर चौटाला की पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गया और मीरापुर से भाजपा की टिकट पर चुनाव जीता और फिर फरीदाबाद से भाजपा की टिकट मांगने लगा जब पार्टी ने टिकट देने से मना कर दिया तो फिर कांग्रेस में चला गया अब 23 तारीख को चुनाव हारने के बाद किस पार्टी में जायेगा किसी को पता नहीं है छोटे मिया तो छोटे मिया बडे मिया भी शुहांअल्हा।
करतार सिंह भड़ाना पहले तो वो समालखा से बंसीलाल की पार्टी से चुनाव जीते उसके बाद चौटाला की पार्टी से विधायक बना। फिर उसको भी छोड़ दिया। फिर दौंसा से बीजेपी की टिकट पर एमपी का चुनाव लड़ा वहां सचिन पायलेट से चुनाव हारे। उसके बाद सन २००५ में मिया, बीबी, बेटा, बहना सब चुनाव लड़े लेकिन सारे की सारे चुनाव हारकर साफ हो गये। फिर करतार भड़ाना ने बीएसपी को भी छोड़ दिया। फिर यूपी से मुलायम की पार्टी से सहारनपुर से चुनाव लड़ा लेकिन वहां से भी हार गये। फिर चौधरी अजीत सिंह की पार्टी में चला गया और खतौली से चुनाव जीत गया फिर लेकिन पांच साल खतौली नहीं गया इस लिये २०१७ में यूपी से बागपत से चुनाव लड़ा और हार गये और अजीत सिंह को भी छोड़ गये फिर अपनी पुरानी पार्टी बसपा से मध्यप्रदेश के मुरैना से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं इनका कोई दीन इमान नहीं है ये दल बदलु हैं इनका कोई विश्वास नहीं है आप देशहित में मोदी जी को वोट दें दूसरी किसी पार्टी के पास पीएम का दावेदार ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि आपने पहले भी मुझे आर्शीवाद देकर जिताया था फिर मुझे उम्मीद है कि आप मुझे सांसद बनाकर फिर से मोदी जी को पीएम बनाने का काम करेंगे। वहीं फरीदाबाद से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी और केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गूर्जर ने पत्रकारो से बात करते हुए कहा कि वो पिछले 25 दिनों से गांव-गांव सहर-सहर झुग्गी, कालोनियों में लोगों से वोट मांगने जा रहे हैं। रोजाना 25 से 30 सभाओं को संबोधित करते हैं लोगों का भरपूर समर्थन हमें मिला रहा है लोग फिर से मोदी जी को पीएम बनाना चाहते हैं और फरीदाबाद लोकसभा से भी भाजपा की जीत निश्चित है। वहीं अवतार सिंह भड़ाना के पलवल जिले में चुनाव प्रचार नहीं करने पर कहा कि वो 12 तारीख तक दिखेंगे नहीं। क्योंकी इतने दल बदल करने के बाद उनका चेहरा दिखाने लायक नहीं रहा है इस मौके पर कृष्णपाल गुर्जर के साथ हथीन के विधायक केहर सिंह रावत, बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा, जिला परिषद की चेयरमैन चमेली देवी सोलंकी, भाजपा जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह सौरोत सहित भाजपा के तमाम नेता मौजूद रहे।
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