फरीदाबाद: बार एसोशिएशन के कार्यालय में सेव वूमैन साइलेंट फ्रॉम किलर मिशन की तरफ से एक जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया जिसमे महिला अधिवक्ताओं को साइलेंट बीमारियों के बारे में बताया गया और उन्हें जागरूक किया गया। न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के सौजन्य से लगाए गए इस शिविर को मिशन की मुख्य वक्ता दीपक्षी शर्मा एडवोकेट ने सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को किस तरह दिल की बीमारियों और हार्ट अटैक के खतरे से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकतर महिलाएं मेनोपॉज के बाद एक्सरसाइज करना बंद कर देती है, जो गलत है। मेनोपॉज के बाद महिलाओं के हार्ट के आसपास फैट का जमाव अधिक होता है, जिससे दिल के रोगों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में, महिलाओं को चाहिए कि वे उम्र के इस पड़ाव पर हलकी-फुलकी एक्सरसाइज करें और फिजिकली एक्टिवट रहें।
उन्होंने कहा कि हार्ट डिसीज से बचने के लिए महिलाओं को बैलेंस्ड और पौष्टिक भोजन करना चाहिए। साथ ही कैलोरी इनटेक फिजिकल एक्टिविटी और मेटाबॉलिज्म के अनुसार ही लें। इसके अलावा 30 की उम्र के बाद अपनी डाइट पर कंट्रोल रखें और लो फैट डाइट लें। दीपक्षी शर्मा ने कहा कि सीने में हलकी-सी भी बेचैनी, पसीना, जबड़े, गर्दन, बाजू और कंधों में दर्द, सांस का टूटना बिल्कुल नजरअंदाज नहीं करें। इन लक्षणों के नजर आने पर तुंरत मेडिकल सहायता लें। इस मौके पर कई अन्य साइलेंट बीमारियों के बारे में जागरूक किया गया। शिविर में एडवोकेट वंदना, एडवोकेट प्रीती, एडवोकेट अनीता, एडवोकेट कृति सहित कई महिला अधिवक्ता मौजूद रहीं।
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