नई दिल्ली: जनवरी में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने एक रैली का आयोजन किया था जिसमे देश की कई पार्टियों के नेता शामिल हुए थे। लोकतंत्र बचाओं नाम की इस रैली में 26 पार्टियों के नेताओं ने भाग लिया था। वर्तमान में पश्चिम बंगाल में जो हो रहा है ये 26 दलों के लोग तमाशा देख रहे हैं। पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र कहीं दिन ही नहीं रहा है। चुनावों में सबसे ज्यादा हिंसा वहीं हो रही है। कल भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर हुए हमले के बाद भाजपा अब अब आक्रामक हो गई है। सीधा ममता बनर्जी पर आरोप लगा रही है कि ममता बनर्जी ने लोकतंत्र की हत्या कर दी है। दर्जनों जगहों पर आगजनी, दर्जनों घायल हुए। शुरुवात उस समय हुई जब टीएमसी कार्यकर्ताओं ने अमित शाह की गाड़ी पर कई बार डंडे फेंके। भाजपा इसे अमित शाह पर हमला बता रही है।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, पार्टी प्रवक्ता अनिल बलुनी तथा जी.वी.एल.नरसिम्हा राव सहित भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मिला और उनसे शाह के रोडशो के दौरान कोलकाता में हुई हिंसा को लेकर ममता के चुनाव प्रचार करने पर रोक लगाने की मांग की।
Has Bengal acquired a Government of Gangsters? The attack on Amit Shah’s peaceful rally by the TMC is deplorable . Is a free & fair Poll possible in Bengal? All eyes are now on the Election Commission.— Chowkidar Arun Jaitley (@arunjaitley) May 14, 2019
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर कहा कि क्या बंगाल पर अपराधियों की सरकार ने कब्जा कर लिया है? तृणमूल कार्यकर्ताओं द्वारा अमित शाह की शांतिपूर्ण रैली पर हमला निंदनीय है। क्या बंगाल में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान संभव है? सभी की निगाहें अब चुनाव आयोग पर टिकी हैं।
हरियाणा के मुख्य्मंत्री ने भी एक ट्वीट पर टीएमसी को घेरा है।
Appalled by the shameful attack on @AmitShah ji's rally in Kolkata today. Does the TMC think that they are above the law? Their tactics of bullying and intimating to put fear in the minds of people will not work anymore. The citizens will give them a befitting reply soon.— Chowkidar Manohar Lal (@mlkhattar) May 14, 2019
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