नई दिल्ली: देश में बड़े-बड़े आतंकी हमले हुए हैं जिनमे सैकड़ों लोगों की जानें गईं हैं। एक समय था जब कोई पता नहीं किस शहर में आतंकी धमाका कर निर्दोषों की जान ले लेते थे। अब भी धमाके होते हैं लेकिन जम्मू-कश्मीर या नक्सल प्रभावित इलाकों में होते हैं जिनमे अब भी जवान शहीद हो रहे हैं। कई बार ऐसे हमले करने वाले पकडे गए हैं जिनमे कइयों को फांसी पर लटकाया जा चुका है लेकिन देश के कई वकीलों की चलती तो वो इन आतंकवादियों को बचा लेते। देश का टुकड़े गैंग यूं ही नहीं बदनाम है और देश की कई बड़ी पार्टियां यूं ही रसातल में नहीं जा रहीं हैं इसका प्रमुख कारण है कि ये पार्टियां टुकड़े गैंग का समर्थन करती है और इन पार्टियों में कई बड़े-बड़े वकील हैं जो टुकड़े गैंग या आतंकवादियों को बचाने के लिए उनका केस लड़ते हैं। वर्तमान में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं। आज चौथे चरण की वोटिंग हो रही है और इन चुनावों में सत्ताधारी पार्टी देश भक्ति के नाम पर वोट मांग रही है और उसे फायदा भी मिल सकता है। अन्य कई पार्टियां अब भी नहीं सुधर रहीं हैं इसलिए संभव है वो 23 मई को ईवीएम को लेकर रोना रोयें।
हाल में पड़ोसी देश श्रीलंका में आतंकवादी हमला हुआ और 200 से ज्यादा बेगुनाहों की जान चली गई। मेजर सुरेंद्र पूनिया ने एक ट्वीट किया है और उन्होंने लिखा है कि श्रीलंका मेँ बम विस्फोटों के संदर्भ में गिरफ्तार किये गए संदिग्धों को वकील नहीं मिल रहे हैं !
और यही हिन्दुस्तान में होता तो ?
साहब,लाइन लग जाती आतंकवादियों को बचाने की,परैवी करने की वो भी Free of Cost..नाम तो आपको पता हैं ही
राष्ट्रनीति ,राजनीति से ऊपर है और हमेशा रहनी चाहिये
छोटा सा देश #श्रीलंका ............बहुत बड़ी बात सिखा रहा है #भारत के ग़द्दारों को .......... देश सर्वोपरि है।— Proud Indian 🇮🇳 (@16abha16) April 28, 2019
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