नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों में भाजपा को एयर स्ट्राइक का फायदा मिलते देख कांग्रेस ने आर्थिक स्ट्राइक का सहारा लिया और लगभग 25 करोड़ गरीबों को 72 हजार रूपये सालाना देने का एलान कर राहुल गांधी ने भाजपा की नींद उड़ा दी थी लेकिन कांग्रेस के घोषणा पत्र में न जानें किसने वो बारूद भर दिया 72 हजार की स्कीम को पलीता लगाने का काम किया और भाजपा एयर स्ट्राइक के बाद जहां खड़ी थी फिर वहीं आ खड़ी हुई है। भाजपा कहीं से कोई मुद्दा ढूंढ कर नहीं लाती है उसे बड़े-बड़े मुद्दे कांग्रेस ही देती है। एयर स्ट्राइक पर सवाल उठा कांग्रेस ने भाजपा को मुद्दा दिया। अब AFSPA का रिव्यू करने की बात, आतंकवादियों से बिना शर्त बातचीत और देशद्रोह के क़ानून को हटाने की बात कर कांग्रेस फंस गई है।
कांग्रेस के घोषणापत्र में ये बारूद न जाने किसने भर दिया जिसके विस्फोट से अब कांग्रेस घायल होते दिख रही है। देश के अधिकतर लोगों का कहना है कि न भाजपा खाने को देती है न कांग्रेस, मेहनत करके अपना पेट पालते हैं लेकिन कोई अगर सामने देश के टुकड़े करने की बात करेगा या कोई किसी से देश के टुकड़े करने की बात करवाएगा तो उसे माफ़ नहीं किया जाएगा। सोशल मीडिया पर 80 फीसदी से ज्यादा प्रतिक्रियाएं कांग्रेस के खिलाफ आ रहीं हैं जिसे देख लग रहा है कि कांग्रेस ने देश द्रोह के धारा ख़त्म करने की बात कर आफत मोल ले ली है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में कई अच्छी बातें भी हैं लेकिन अब कुछ बातें अच्छी बातो पर भारी पड़ती दिख रहीं हैं। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने टुकड़े गैंग से अपना घोषणा पत्र बनवाया, केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ऐसा बोल चुके हैं। कल घोषणापत्र आते ही अरुण जेटली ने प्रेस वार्ता किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में ऐसा एजेंडा है जो देश को तोड़ने का काम करता है।
कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया कि जो वो वादे करते हैं उसे निभाते हैं। इस घोषणापत्र में ऐसी बातें हैं जो देश को तोड़ने वाली हैं और देश की एकता के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ बेहद खतरनाक विचार हैं जो देश को ''बाल्कनीकरण" की ओर ढकेल देंगे। उन्होंने कहा कि इस घोषणापत्र में एक चैप्टर जम्मू कश्मीर पर है लेकिन इसमें कश्मीरी पंडितों का कोई उल्लेख नहीं है। इसमें नियमों एवं कायदों की समीक्षा की बात कही गई है।कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह घोषणा पत्र में कह रहे हैं कि आईपीसी से सेक्शन 124-A हटा दिया जाएगा, देशद्रोह करना अब अपराध नहीं है। जो पार्टी ऐसी घोषणा करती है, वो एक भी वोट की हकदार नहीं है। जेटली ने कहा कि इन कानूनों को बदलने का साहस जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मनमोहन सिंह जैसे नेताओं ने भी नहीं किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि नासमझी में राहुल गांधी ऐसे वादे करते हैं जिन्हें लागू नहीं किया जा सकता और कुछ बेहद खतरनाक विचार है और देश उनकी बात स्वीकार करने को तैयार नहीं है।
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