पलवल : आगामी 12 मई फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में मतदान कराया जाएगा जिसके लिए जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों तथा आदर्श आचार संहिता की दृढता से पालना की जा रही है। सभी चुनाव प्रत्याक्षियों को प्रतिदिन अपने-अपने चुनाव खर्च का ब्यौरा प्रतिदिन रजिस्टर में दर्ज कर चुनाव प्रवेयक्षक (खर्च) के समक्ष समय-समय पर प्रस्तुत करना होगा।
इसी कड़ी में लोकसभा आम चुनाव-2019 में प्रतिभागी उम्मीदवारों के चुनाव खर्च की निगरानी करने के लिए सोमवार को उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. मनीराम शर्मा तथा पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र बिजारनिया की अध्यक्षता में लघु सचिवालय के द्वितीय तल पर स्थित सभागार में व्यय अनुवीक्षण टीमों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त एवं नोडल अधिकारी (स्वीप), उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं नगराधीश आशिमा सांगवान, 84-पलवल के निर्वाचक पंजीयन अधिकारी एवं उपमण्डल अधिकारी (ना.) जितेन्द्र कुमार, 83-होडल के निर्वाचक पंजीयन अधिकारी एवं उपमण्डल अधिकारी (ना.) वत्सल्य वशिष्ठï, 82-हथीन के निर्वाचक पंजीयन अधिकारी एवं उपमण्डल अधिकारी (ना.) वकील अहमद, नोडल अधिकारी (आबकरी) कम उप आबकारी एवं काराधान आयुक्त (आबकारी ) श्रीमती गीतांजलि मोर, नोडल अधिकारी चुनाव खर्च कम आबकारी एवं कराधान आयुक्त (बिक्री कर)धर्मबीर सिंह दहिया, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी डी.पी. कुलश्रेष्ठï, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक बी.बी. बंसल सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
प्रशिक्षण के दौरान ï सहायक व्यय प्रेक्षक (असिस्टेंट एक्सपेंडेचर ऑवजर्वर), उडऩ दस्ते की टीम (फ्लाइंग स्क्वार्ड टीम), स्थिर निगरानी टीम (स्टेटिक सर्विलेंस टीम), वीडियो निगरानी टीम (वीडियो सर्विलेंस टीम), वीडियो अवलोकन टीम (वीडियो व्यू टीम), लेखा टीम (अकाउंटिंग टीम) तथा चुनाव कार्य के लिए नियुक्त की टीम के सभी सदस्यो को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान बताया कि चुनाव व्यय अनुवीक्षण के लिए बनाई गई विभिन्न टीमों को कैसे कार्य करना है।
उपायुक्त ने प्रशिक्षण में बताया कि जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक चुनाव सम्पन्न कराने के लिए नगदी, शराब एवं मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए बांटी जाने वाली अन्य सामग्री की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखना है। सभी प्रत्याशियों की चुनाव रैली, सभा आदि की वीडियो रिकार्डिंग करना है। आयोग द्वारा उम्मीदवारों के चुनाव व्यय पर निगरानी के लिए विशेष नियम बनाए गए है। व्यय निगरानी के लिए बनाई गई सभी टीमों का दायित्व है कि वे अपना कार्य जिम्मेदारी के साथ और ईमानदारी से करें।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वाहनों की जांच के दौरान किसी भी तरह की कोई कोताही न बरती जाए। निगरानी टीम द्वारा नाके लगा कर वाहनों की जांच की जाएगी। आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत मिलने पर जांच टीम तत्काल कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
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