फरीदाबाद: एनआईटी एरिया में रहने वाले मनीष चावला इसी महीने ने नगर निगम के पूर्व पार्षद नरेश गोसाईं व उसके बेटे पर पुलिस के सामने मारपीट का आरोप लगाते हुए एनआईटी थाने मेंशिकायत दर्ज कराई थी । अब मनीष का कहना है कि उनका लगभग 22 लाख का सामान चोरी हुआ था जिस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। पुलिस के अधिकारी दफ्तरों का चक्कर लगवा रहे हैं। आज-कल कहा जा रहा है और कुछ अधिकारियों ने उनका नंबर भी ब्लाक कर दिया है ताकि वो अब किसी अधिकारी को फोन भी न कर सकें। मनीष का कहना है कि किसी बड़े नेता से पुलिस के ऊपर दबाव बनवाया गया है जिस वजह से पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।
मनीष चावला ने बताया कि उसने पूर्व पार्षद नरेश गोसाईं से मोदाम व दुकान किराए पर ली हुई थी। दुका न को उसने करीब 5-6 माह पहले खाली कर दिया था जबकि गोदाम में उसका सामान व रैक आदि रखे हुए थे। 24 फरवरी को नरेश गोसाईं व उसके भाई ललित गोसाईं ने गोदाम का ताला तोड़कर सामान चोरी कर लिया। आरोपितों को सामान निकालते हुए मनीष की भाभी ने देखा था। 25 फरवरी को जब मनीष गोदाम पर पहुंचा, तो उसे ताला टूटा मिला और सामान गायब पाया। इस मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जिस पर पीड़ित ने पीएमओ, सीएमओ, सीपी, डीसीपी व एसएचओ को शिकायत भेजी।
शिकायत के बाद मामले की जांच क्राइम ब्रांच सेक्टर-48 को सौंपी गई। मनीष का कहना है कि 3 अप्रैल को उनके पास एएसआई नरेश का फोन आया कि वह जांच के लिए गोदाम पर आए हुए हैं। उन्होंने मनीष चावला को जांच के लिए गोदाम पर बुला लिया। आरोप है कि वहां पर मौजूद पूर्व पार्षद नरेश गोसाईं व उनके बेटे रितेश ने पुलिस की मौजूदगी में मनीष चावला के साथ मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। मारपीट में घायल मनीष ने पुलिस को शिकायत दी।
एनआईटी पुलिस के मुताबिक़ इस मामले में पूर्व पार्षद व उसके बेटे के खिलाफ मारपीट व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में केस दर्ज का जांच शुरू की गई है। मनीष पुलिस की इस कार्यवाही से अब भी संतुष्ट नहीं है जिसका कहना है कि मेरा सामान चोरी हुआ है और चोरी हुआ सामान जिसने खरीदा है उसकी मेरे पास आडियो है और चोरी हुए सामान का वीडियो भी है जिसे मैंने पुलिस अधिकारियों को दिखाया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की और मैं अब पुलिस अधिकारियों के दफ्तर का चक्कर लगाते-लगाते थक चुका हूँ इसलिए अब मैं कोर्ट से उन लोगों पर चोरी का मामला दर्ज करवाऊंगा।
मामला दर्ज होने के बाद पूर्व पार्षद नरेश गोसाईं ने मीडिया को बताया था कि शिकायतकर्ता मनीष चावला उनका किराएदार रहा है। वह जानबूझकर उन्हें बदनाम करना चाहता है। इसके खिलाफ कोर्ट से भी वारंट निकले हुए हैं। इसके द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे और मनगढंत हैं। इसके आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।
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