नई दिल्ली: 70 के दशक में चम्बल में उनकी तूती बोलती थी। इलाके के लोग उनके नाम से कांपते थे लेकिन अब वो चुनाव मैदान में कूदने की तैयारी कर रहे हैं। बीहड़ों से बाहर आये ठाकुर मलखान सिंह आये दिन सुर्ख़ियों में रहे हैं लेकिन अब चुनाव लड़ने की तैयारी को लेकर सुर्ख़ियों में हैं। मलखान सिंह उत्तर प्रदेश की धौरहरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
लखीमपुर खीरी पहुंचे मलखान सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं डकैत नहीं बागी था, डकैत तो आजकल के नेता हैं। उन्होंने कहा कि विजय माल्या और नीरव मोदी असली डकैत हैं। 1982 में मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के सामने आत्मसमर्पण करने के बाद से उन्होंने अपनी अमैरिकन सेल्फ-लोडिंग राइफल नहीं उठाई है। पूर्व समाजवादी पार्टी नेता शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया के टिकट रक चुनाव लड़ने का जिम्मा जरूर उठा लिया है। वह अन्याय और महिला अस्मिता के मुद्दों पर मैदान में हैं।
आपको बता दें कि पुलिस 15 साल तक मलखान सिंह को खोजती रही थी लेकिन उनकी परछाईं तक नहीं छु सकी थी जिसके बाद मलखान ने आत्मसमर्पण किया था। मलखान नोटबंदी के समय सुर्ख़ियों में आया जब वो कई घंटे नोट बदलवाने के लिए लाइन में लगा रहा था।
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