फरीदाबाद: सेक्टर 49 के 12th एवेन्यू में लगातार नियम क़ानून की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। फर्जी रजिस्ट्री, फर्जी कंप्लीशन सर्टीफिकेट सहित कई तरह के खेल वीपी स्पेसेज के मालिक खेल रहे हैं। इन दो नम्बरियो पर प्रशासन भी मेहरबान है। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एल एन पाराशर का जिन्होंने एक और खुलासा करते हुए कहा कि नगर निगम ने जिन फ्लैटों को तोड़ने के नोटिस दिए हैं वहां अब भी निर्माण जारी है। पाराशर ने कहा कि नगर निगम ने 26 दिसंबर 2018 को फ़्लैट नंबर 4814 से 4837 तक को तोड़ने के आदेश दिए थे जिसमे कहा गया था कि इन निर्माणों में खामियां हैं और जिस तरह से नक्शा पास करवाया गया है ये फ्लैट उस तरह से नहीं बनवाये जा रहे हैं।
पाराशर ने कहा कि निगम ने इन फ्लैटों को तोड़ने के आदेश दिए और यहाँ अब भी निर्माण जारी हैं। उन्होंने कहा कि इस खेल में नगर निगम अधिकारियों का भी हाँथ है क्यू कि बिना मिलीभगत से ये खेल संभव नहीं है। पाराशर ने कहा कि वीपी स्पेसेज के मालिक, दीपक विरमानी, वरुण मनचंदा और आशीष मनचंदा निगम अधिकारियों से मिलकर ये गड़बड़झाला कर रहे हैं। पाराशर ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि ये लोग शहर में कई जगह फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। कहीं एक एक स्टाम्प पर दो दो रजिस्ट्री तो कहीं निर्माण के पहले कंप्लीशन तो कहीं फर्जी रजिस्ट्री पर लाखों का लोन जैसे घपले शामिल हैं।
पाराशर ने कहा कि इन पर एक नेता का हाँथ है और हो सकता है वो नेता भी इस फर्जीवाड़े में हिस्सा लेता हो। पाराशर ने कहा कि यहाँ सरेआम धोखाधड़ी की जा रही है। स्टाम्प चोरी, आयकर चोरी, जीएसटी चोरी जैसे कई चोरियां कर रहे हैं। पाराशर ने कहा कि शहर में कई विभाग हैं और कई विभाग के अधिकारियों से मिलकर ये बड़ा खेल खेलते हैं। उन्होंने कहा कि ये तहसीलदारों से मिलकर फर्जीवाड़ा करते हैं एक एक रजिस्ट्री से कई-कई बार रजिस्ट्री करते हैं, पहले प्लाट की रजिस्ट्री, फिर फ्लैट की रजिस्ट्री कर बड़ा फर्जीवाड़ा करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले की जांच कराई जाए तो इन लोगों का करोड़ों का फर्जीवाड़ा सामने आएगा।
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