फरीदाबाद: कई दिनों से फरीदाबाद में पारा 43 डिग्री से ऊपर पहुँच रहा है ऐसे में लोकसभा चुनावों के प्रत्याशियों का जमकर पसीना निकल रहा है। युवा उम्मीदवार तो कई कई जनसभाओं को सम्बोधित कर रहे हैं लेकिन बुजुर्ग उम्मीदवारों पर चिलचिलाती गर्मी भारी पड़ रही है। बुजुर्ग उम्मीदवार नाम मात्र की जनसभाओं में ही पहुँच रहे हैं। फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में क्या चल रहा है और जनता क्या चाहती है। हमने कल आन लाइन सर्वे किया था। अब तक 19 00 से ज्यादा लोग अपनी प्रतिक्रया दे चुके हैं। पोस्ट पर 59 हजार से ज्यादा लोग पहुँच चुके हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं देख लगता है कि फरीदाबाद में भाजपा, कांग्रेस, आप-जजपा गठबंधन, बसपा-लोसपा गठबंधन के प्रत्याशियों में ही भिड़ंत है। हरियाणा की एक बड़ी पार्टी रही इनेलो के प्रत्याशी का नाम लेने वाले तक नहीं दिख रहे हैं। ये सब देख लगता है कि इनेलो प्रत्याशी महेंद्र चौहान की कहीं जमानत जब्त न हो जाए। वैसे वो ताऊ भी हैं और इस प्रचंड गर्मी में वो बहुत कम प्रचार कर पा रहे हैं। उनका गृह क्षेत्र पलवल है और इसी क्षेत्र के आस पास प्रचार करते दिख रहे हैं। परिवार में कलह के कारण इनेलो का ये हाल हुआ है वरना 2014 में इनेलो प्रत्याशी आरके आनंद कोई कह ही नहीं रहा था कि वो हार जायेंगे। वो मोदी लहर का शिकार हो गए और वो ही नहीं देश भर में कई पार्टियों के नेताओं पर मोदी लहर भारी थी। अभय चौटाला ने न जाने ताऊ में क्या देखा जो उन्हें टिकट दे दी। ताऊ अभय चौटाला की नाक कटवा सकते हैं और लगभग पांच महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में उस समय फरीदाबाद में शायद ढूंढें से भी इनेलो कार्यकर्ता मिलें।
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