नई दिल्ली: बच्चे जिस बात से कुछ ज्यादा ही नाराज हों परिजनों को कुछ सोंच समझकर कदम उठाना चाहिए। 14 फरवरी की शाम के बाद पूरे देश में पकिस्तान के प्रति गुस्सा देखा गया और देश की कोई ऐसी गली, कोई ऐसा मोहल्ला नहीं बचा जहाँ पाकिस्तान के झंडे न जलाये गए हों। देश के कुछ लोगों को शायद पाकिस्तान से बहुत प्यार है वो वो पाकिस्तान का झंडा जलते नहीं देख सके इसलिए उन्होंने उन भारतीयों से बदला लेने का विचार बना लिया जो पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान मुर्दाबाद बोल रहे थे और गली-गली में पाकिस्तान का झंडा जला रहे थे।
पुलवामा हमले को आतंकियों ने ऐसे ही अंजाम नहीं दिया था। तमाम अलगाववादियों और उनके भाड़े के टटू पत्थरबाजों का साथ लिया गया था जो हमलावरों को पल-पल की जानकारी दे रहे थे। ये भाड़े के टट्टू वही हैं जो सेना पर पत्थर बरसाते हैं। ये आतंकी वही थे जो जम्मू-कश्मीर में तवाही मचाते हैं। एक तरह से ये देशद्रोही हैं।
भारत में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। कौन बनेगा प्रधानमंत्री पर सबके नजरें हैं। मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस में है। भाजपा देश द्रोहियों को सजा देना चाहती है और अपने घोषणापत्र में एलान भी कर चुकी है और कांग्रेस देशद्रोहियों को बचाना चाहती है और कांग्रेस ने भी अपने घोषणापत्र ने ये एलान किया है।
हरियाणा अब तक अपने सूत्रों की बात करे तो कांग्रेस अब फंस गयी है। देश की अधिकतर जनता को कांग्रेस के 72 हजार नहीं चाहिए। हाल में हमने दो प्रदेशों के कई जिलों का दौरा किया। उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों के लोग कांग्रेस से नाराज दिखे और लोगों ने सीधा कहा कि कांग्रेस देशद्रोहियों की पार्टी है।
कांग्रेस को कमजोर करने में टुकड़े गैंग का अहम् योगदान है। जेएनयू से पढ़ाई करने वाले संदीप सिंह जो कभी वामपंथी विचारधारा के थे। मूलत: प्रतापगढ़ के रहने वाले संदीप तीन साल से राहुल गांधी की कोर टीम में शामिल हैं। हम हाल में प्रतापगढ़ गए थे और हमने इनके बारे में जानकारी हासिल की और हमने हरियाणा अब तक के पाठकों से कहा था कि जल्द मैं कई खुलासे करूंगा।
हमने अपने प्रतापगढ़ दौरे के समय जो जानकारी मिली थी उसके मुताबिक संदीप इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद जेएनयू, दिल्ली चले गए। यहां वो लेफ्ट के संगठन आइसा से जुड़े। 2005 में जब तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह जेएनयू आए, तब संदीप के नेतृत्व में छात्रों के एक समूह ने उन्हें काले झंडे दिखाए थे। इसके बाद 2007 में संदीप जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। यहां वे गंवई अंदाज में शानदार स्पीच देने के लिए जाने जाते थे। जेएनयू से निकलने के बाद उन्होंने लेफ्ट से किनारा कर लिया और अन्ना हजारे की लोकपाल मुहीम का हिस्सा बन गए। जल्द मोहभंग हुआ और कांग्रेस से जुड़ गए थे। वो अब भी राहुल गांधी के लिए भाषण लिखते हैं लेकिन जेएनयू और वामपथी विचारधारा से अब भी वो बाहर नहीं हुए हैं।
कांग्रेस के घोषणापत्र की बात करें तो पित्रोदा जैसे टुकड़े गैंग के समर्थक और कई सबूत गैंग ने मिलकर कांग्रेस का घोषणापत्र बनाया और कांग्रेस को फंसा दिया। अब भाजपा नेता अपने भाषणों में कांग्रेस को जमकर घेर रहे हैं और कांग्रेस को देश द्रोहियों का साथी बता रहे हैं। पूरे देश में लगभग 20 राज्यों में आप चले जाएँ। लोग पहते हैं 72 हजार जाये भाड़ में देश बचाना है, मोदी को फिर लाना है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के 72 हजार की स्कीम को कांग्रेस भुना नहीं पा रही है। देश में अब दो ही मुद्दे हैं। देश भक्त हैं तो भाजपा और गद्दार हैं तो कांग्रेस का साथ दें। भाजपा के नेता अपनी हर सभाओं में यही बात बोल रहे हैं और जनता पर इसका असर भी हो रहा है। आप जानते हैं कि हम किसी दफ्तर में बैठकर फर्जी रिपोर्ट नहीं लिखते। 43 डिग्री तापमान में हम कई-कई सौ किलोमीटर तक आ-जा कर जानकारी हासिल करते हैं और भागने दौड़ने में हम अपनी नींद भी हराम करते हैं तक आप तक ऐसी सटीक जानकारी पहुंचा पाते हैं। लिख कर रख लें। आज की रिपोर्ट कम से कम 89 फीसदी सच निकलेगी। क्यू कि ऐसी रिपोर्ट के लिए हमने जमकर पसीना बहाया है। कई राज्यों और कई जिलों में गया हूँ और राहुल के साथियों के पड़ोसियों से मिलकर, उनकी राय लेकर मैंने ये छोटा सा लेख लिखा है। लेख अधूरा है जल्द पूरा करूंगा। हरियाणा के फरीदाबाद जिले के कई कांग्रेसी अब टुकड़े गैंग के वाइरस की चपेट में आने वाले हैं जो कहते हैं कि पुलवामा हमला भाजपा ने इमरान खान से मिलकर करवाया है। अब ये भी वहीं जायेंगे जहाँ 23 मई की रात्रि में राष्ट्रीय कांग्रेस जाएगी।
Post A Comment:
0 comments: