फरीदाबाद: 2014 के बाद कई दल बदलना फरीदाबाद लोकसभा के कांग्रेस के प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना पर भारी पड़ता दिख रहा है। फरीदाबाद के 80 फीसदी कांग्रेसी ही नहीं फरीदाबाद की 60 फीसदी जनता भी उनसे नाराज दिख रही है। सुबह हमने ऑनलाइन सर्वे किया था और अब तक 1500 से ज्यादा लोग अपनी राय दे चुके हैं जिनमे 65 फीसदी लोग भाजपा का साथ देते दिख रहे हैं जबकि 35 फीसदी लोग अब भी अवतार का साथ देते दिख रहे हैं। अगर अवतार दल न बदलते तो इस बार बात ही कुछ अलग होती लेकिन उन्होंने एक नहीं कई बार दल बदला और घूम-फिर के कांग्रेस में आ गए।
एक कहावत है कि पतीले का चावल पक गया है इसे जानने के लिए पूरे पतीले में हाँथ नहीं डाला जाता, एक दो चावल ही उठाए कर दबाये जाते हैं और चावल पक गया या कच्चा है पता चल जाता है। हरियाणा अब तक ने आपको कई चुनावों के सटीक सर्वे दिए और आज के सर्वे को देख लग रहा है कि अब तक अवतार की फरीदाबाद में दाल गलती नहीं दिख रहे है। इसके कई कारण भी हैं। उनके साथ जो कांग्रेसी दिख रहे हैं उनमे कोई अपने परिवार के सदस्य को पार्षद तक नहीं बना पाया तो किसी को उसके पड़ोसी भी नेता नहीं मानते भले ही अशोक तंवर ने उसे प्रदेश में कोई पद दे दिए हों। आज अवतार भड़ाना ने एक नेता को मनाया जिसका अब फरीदाबाद में कोई जनाधार ही नहीं है और ये नेता भी दूसरी पार्टी से फरीदाबाद से चुनाव लड़ चुका है यानि ये भी दल बदलू है। ऐसा नेता अवतार का शायद ही भला कर सकें। अवतार भड़ाना ने दावा किया है कि उन्होंने शारदा राठौर को मना लिया है। हो सकता है सच हो लेकिन हमें नहीं लगता ये सच है क्यू कि शारदा का अभी तक ऐसा कोई प्रेस नोट या बयान नहीं आया।
फरीदाबाद की बात करें और कांग्रेस की बात करें तो तिगांव से ललित नागर अवतार भड़ाना से अब भी बहुत खफा हैं। उन्हें मानाने की जरूरत है, बड़खल से पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह को दिल से मनाएं और जब अवतार उनके घर गए थे तो पूर्व मंत्री के पुत्र विजय प्रताप ने जो बात कही थी उस पर गौर करें, चिंतन और मंथन करें। एनआईटी से पूर्व स्वर्गीय पंडित शिव चरण लाल शर्मा के पुत्रों को मनाएं जिनके पिता को पिछले विधानसभा चुनाव में वो हरवा चुके हैं क्यू कि उस समय अवतार ने इनेलो का प्रचार किया था और एनआईटी से इनेलो के नगेन्द्र भड़ाना को जितवाया था। फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र में विकास चौधरी और लखन कुमार सिंगला अब तक अवतार के साथ नहीं दिखे, इन दोनों नेताओं के अच्छे खासे समर्थक हैं। अवतार इन्हे भी मनाएं, नामांकन के समय इस विधानसभा क्षेत्र के जो नेता अवतार के साथ दिखे थे उनमे से कई अपना जनाधार खो चुके हैं। पृथला से पूर्व विधायक रघुवीर तेवतिया का परिवार भी अवतार के साथ नहीं दिख रहा है लेकिन अफवाह है कि वहां का सत्ताधारी अवतार के साथ है इसलिए? पलवल से करण सिंह दलाल कह रहे हैं कि हम अवतार के साथ हैं लेकिन उनके समर्थक कुछ और कह रहे हैं। हथीन के विधायक तो भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं और होडल के विधायक भी हुड्डा के समर्थक हैं। अवतार को बहुत मेहनत करने की जरूरत है। भाजपा के कुछ नकली नेता उनका अंदर से साथ दे रहे हैं लेकिन इन नेताओं का अब कोई जनाधार नहीं है। भले ही वो बड़े पदों पर हों।
ये नेता अवतार की नाव मझदार से बाहर नहीं निकाल सकते क्यू कि इन्हे तैरना नहीं आता। ये मोदी हवा में बड़े नेता बन गए। खबर अधूरी है, पूरी खबर जल्द
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