नई दिल्ली: कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी से गठबंधन के लिए मना कर दिया। अब आम आदमी पार्टी एक बड़ी दिक्कत से जूझ रही है क्यू कि दिल्ली ही नहीं अब उसे हरियाणा और पंजाब में सभी सीटों पर उम्मीदवार की खोज करनी पड़ेगी। हरियाणा की बात करें तो आम आदमी पार्टी के पास सभी जिलों में ऐसे मजबूत नेता नहीं हैं जो लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और भाजपा को चुनौती दे सकें। सूत्रों द्वारा जानकारी मिली है कि आम आदमी पार्टी की नजर भाजपा एवं कांग्रेस के बागी नेताओं पर टिकी है जिन्हे अगर उनकी पार्टियों ने टिकट नहीं दिया तो वो अपनी पार्टी से बगावत कर सकते हैं और में केजरीवाल उन्हें टिकट का ऑफर देंगे।
कांग्रेस आज हरियाणा के सभी 10 उम्मीदवारों के नामों का एलान करेगी और आम आदमी पार्टी की नजर कांग्रेस की लिस्ट पर टिकी है। आम आदमी पार्टी के सूत्रों की बात करें तो पार्टी चाहती है कि टिकट न मिलने से कांग्रेस के कुछ नेता बगावत करें और उन्हें टोपी पहना कर आम आदमी पार्टी का टिकट थमा दिया जाए। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के मना करने के बाद केजरीवाल और दुष्यंत चौटाला आपस में मिल सकते हैं और आप-जजपा का गठबंधन हो सकता है। दोनों दलों के नेताओं के बीच कई दौर की बैठकें भी हो चुकी हैं। माना जा रहा है कि 7-3 यानी 7 लोकसभा क्षेत्रों पर जजपा और 3 पर आप के उम्मीदवार चुनाव लड़ाए जाने पर समझौता हो सकता है। जल्द इसका एलान भी हो सकता है।
एक और बड़ी अफवाह फरीदाबाद में उड़ रही है जिसमे कहा जा रहा है कि अगर कांग्रेस अवतार सिंह भड़ाना को टिकट नहीं देती है तो आम आदमी पार्टी उन्हें टिकट देने के लिए तैयार बैठी है और कांग्रेस की लिस्ट का इन्तजार कर रही है। अवतार भड़ाना तीन बार फरीदाबाद के सांसद रह चुके है और कांग्रेस की टिकट के सबसे बड़े दावेदार हैं लेकिन कहा जा रहा है कि कांग्रेस पलवल के विधायक करण सिंह दलाल या महेंद्र प्रताप को टिकट देने के मूड में है ऐसा हुआ तो अवतार भड़ाना क्या करेंगे? क्या वो कांग्रेस में बने रहेंगे या फिर दल बदल देंगे। आप के सूत्रों की मानें तो अवतार भड़ाना आम आदमी और जजपा के संपर्क में भी हैं और अगर कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वो ज्यादा इन्तजार नहीं करेंगे और आप-जजपा गठबंधन की तरफ से फरीदाबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे।
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