नई दिल्ली: इसी साल भारतीय वायुसेना में राफेल भी शामिल हो जाएगा लेकिन उसके पहले अमेरिका से खरीदे गए चिनूक हेलीकाफ्टर ने भारतीय वायुसेना को और मजबूत कर दिया है। अमेरिका से 1.5 अरब डॉलर में कुल 15 चिनूक हेलीकॉप्टर खरीदे गए हैं जिनमें से चार की खेप सोमवार को चंडीगढ़ पहुंची। चिनूक बहुउद्देश्यीय हेलीकॉप्टर है जिनका उपयोग दुर्गम और ज्यादा ऊंचाई वाले स्थानों पर जवानों, हथियारों, मशीनों तथा अन्य प्रकार की रक्षा सामग्री को ले जाने में किया जाएगा। ये 20 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकते हैं तथा 10 टन तक का वजन ले जा सकते हैं। अमेरिका ने जब पाकिस्तान में घुसकर लादेन का खात्मा किया था तो चिनूक हेलीकॉप्टरों का ही इस्तेमाल किया था।
इस इस हेलीकाफ्टर में कई ख़ास बातें हैं जिनमे
-यह रात में भी उड़ान भरने और ऑपरेशन करने में सक्षम होते हैं
-किसी भी मौसम में उपयोग किया जा सकता है
-सभी प्रकार के परिवहन में इस्तेमाल किया जा सकता है
-असैन्य कार्यों जैसे आपदा प्रबंधन और आग बुझाने में भी इस्तेमाल संभव
-इनमें विमान की भांति एकीकृत डिजिटल कॉकपिट मैनेजमेंट सिस्टम है
-इस हेलीकॉप्टर को अमेरिकी कंपनी बोइंग ने तैयार किया है
-11 टन पेलोड और 45 सैनिकों का भार वहन करने की अधिकतम क्षमता है चिनूक में
घने कोहरे और धुंध में भी यह एक्शन लेने में सक्षम है। यह बेहद कुशलता से मुश्किल से मुश्किल जमीन पर भी ऑपरेट कर सकता है। इसे हर मौसम में हर दिन-हर मिनट ऑपरेट किया जा सकता है।
#Chinook : Induction - 25 Mar 19 -— Indian Air Force (@IAF_MCC) March 25, 2019
IAF received its first CH-47F (I) Chinook heavy-lift helicopter on 10 Feb 19 at the Mundra port in Gujarat. On 25 Mar 19, it will be formally inducted into the Helicopter fleet of IAF at Chandigarh.
Photo Courtesy – Boeing India pic.twitter.com/hCfRzGmlmY
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