फरीदाबाद: बल्लबगढ़ के ऐतिहासिक मटिया महल की बेशकीमती जमीन को फर्जी वाडा करके भूमाफियाओं द्वारा हडपे जाने के मामले मे बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल.एन. पाराशर ने एक ओर सनसनीखेज खुलासा किया है। पाराशर ने गुरुवार को खुलासा करते हुए बताया कि भूमाफियाओं ने मटिया महल की करोड़ों रुपए की जमीन तो हडपी ही साथ ही भूमाफियाओं ने यहां खुदाई करके राजा के खजाने की भी खोज की। पाराशर ने कहा कि शहर के मौजिज लोगों से जब उन्होंने पूछताछ की तो पता चला कि भूमाफियाओं ने यहां सरकारी जमीन पर ही आगे पहले तीन शटर लगाकर जगह की ओट की और फिर दिन रात यहां खुदाई करके खजाने की तलाश की। राजा का खजाना हो सकता है इन सत्ताधारी संरक्षित भूमाफियाओं के हाथ लग भी गया हो।
इसकी भी प्रशासन को गहनता से जांच करानी चाहिए। पराशर ने कहा कि मटिया महल की जमीन पर जिसने अवैध निर्माण किया है संभव है उसके हाँथ राजा का खजाना लग गया हो और इस खजाने की बंदरबांट कर यहाँ ये निर्माण खड़ा कर दिया गया हो। पाराशर ने कहा कि मैंने बुद्धवार खुलासा किया था कि 27 मार्च तक ये जमीन सरकार के नाम थी इसका मतलब माफियाओं ने अधिकारीयों से मिलकर ये निर्माण खड़ा करवाया था।
पाराशर ने कहा कि इस जगह पर माफियाओं ने खुदाई करके लाखों रूपये का कीमती पत्थर और मिट्टी भी बेच डाली। पाराशर का कहना है कि इस करोड़ों के घोटाले मे शामिल भूमाफियाओं व संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए जाने चाहिए। यदि इस घोटाले मे संलिप्त लोगों व अधिकारियों के खिलाफ जल्द ही प्रशासन ने कोई एक्शन न लिया तो वह अदालत की शरण लेकर कानूनन सजा दिलाऐंगे। पाराशर ने कहा कि ऐतिहासिक स्थल को मटियामेट किया गया है इसलिए इन माफियाओं के ऊपर फ्राड, खनन ऐक्ट सहित कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
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