New Delhi 02 July 2017: कई प्रदेशों में पुलिस के हाँथ आजाद नहीं होते हैं। पुलिस अपनी मर्जी से कुछ नहीं पाती है और अगर कोई पुलिस अधिकारी अपनी मर्जी से कुछ करता है तो उसे तुरंत तबादले का शिकार होना पड़ता है। कई राज्यों में अगर अपराध पर काबू नहीं पाया जा रहा है तो उसका प्रमुख कारण पुलिस के हाँथ बंधे होना है।
पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश की एक पुलिस अधिकारी को भाजपा नेता के बेटे का चालान काटना मंहगा पड़ गया और उस पुलिस अधिकारी का एक हफ्ते के भीतर ही तबादला करवा दिया गया। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के स्याना की सर्किल ऑफिसर श्रेष्ठा सिंह का तबादला बुलंदशहर से बहराइच कर दिया गया है। सीओ श्रेष्ठा शर्मा ने 22 जून को बुलंदशहर के स्याना कस्बे में बीजेपी नेता प्रमोद कुमार का बिना हेलमेट बाइक चलाने को लेकर चालान काटा था।
चालान काटने के दौरान प्रमोद कुमार ने खुद को बीजेपी का नेता बताया था। इस दौरान बीजेपी नेता और उनके समर्थकों ने पुलिस से बहस भी की थी। इसके बाद पांच लोगों को सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के लिए पांच लोगों को जेल भी भेजा गया था। श्रेष्ठा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वाइरल हुआ था | देश भर में इस पुलिस अधिकारी की तारीफ़ हो रही थी।
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