Faridabad Assembly

Palwal Assembly

Faridabad Info

ईमेल और मोबाइल हैक कर निकाल लेता था लाखों, साईबर क्राईम ब्रांच ने दबोचा

हमें ख़बरें Email: psrajput75@gmail. WhatsApp: 9810788060 पर भेजें (Pushpendra Singh Rajput)
Faridabad 20 January 2017: पुलिस में भर्ती होकर साईबर क्राईम को कंट्रोल करने का सपना टूटने पर बिहार का आठवीं पास मोनू साईबर क्राईम ही करने लगा, इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब फरीदाबाद साईबर क्राईम टीम ने दो ऐसे इंटरनेट बेंकिंग द्वारा फ्रॉड करने वाले शातिर युवकों को गिरफ्तार किया जिन्होंने इंटरनेट बैंकिंग के जरिये से फरीदाबाद की एक कंपनी के खाते से 12 लाख और दिल्ली की एक कंपनी के खाते से 11 लाख रूपये अपने तीसरे साथी के खाते में ट्रांसफर कर दियेे, इस पूरे साईबर क्राइम में मोनू की अह्म भूमिका रही जिसने कंपनियों के खातों में लगे हुए मोबाइल को हैग करके उससे पैसा निकाल लिया, मौनू बिहार का रहने वाला आठवीं पास है जो कि पुलिस में भर्ती होकर साईबर क्राईम को कंट्रोल करने का सपना देख रहा था मगर पढाई पूरी न होने की बजह से उसका सपना टूट गया और साईबर क्राईम की दुनिया में चल पडा, दो साल से साईबर क्राईम की दुनिया में सक्रिय दोनों आरापियों से पुलिस ने दो लैपटॉप और कुछ मोबाईल बरामद किये हैं वहीं तीसरे साथी के खाते से ट्रासफर की गई राशि भी बरामद कर ली है। पुलिस इस गिरोह के अन्य साथियों की तलाश में भी जुटी हुई है।

अगर किसी का सपना टूटता है तो अंजाम क्या होता है इसका पता तो उस वक्त लगा जब बिहार का रहने वाला आठवीं पास मौनू सपना पूरा न होने के चलते साईबर क्राईम की राह पर चल निकला, मौनू का सपना था कि वो पुलिस में भर्ती होकर साईबर क्राइम को कंट्रोल करना चाहता है मगर पढाई पूरी न होने के चलते उसका सपना टूट गया और वो उसी सपने के आधार पर साईबर क्राईम को रोकने की जगह खुद करने लगा। इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा उस वक्त हुआ जब फरीदाबाद साईबर क्राईम टीम ने मौनू सहित उसके दो और साथियों को इंटरनेट बैंकिंग द्वारा फ्रॉड करके कंपनी के दो खातों से अपने साथी के खाते में पैसे ट्रांसफर करने के अरोप में गिरफ्तार कर लिया।


इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए साईबर क्राईम इंचार्ज सुरेश कुमार ने बताया कि फरीदाबाद की अल्फा इंजीनियरिंग कंपनी ने शिकायत दी थी कि 28 अक्टूबर को उनके कंपनी के खाते से 12 लाख रूपये ट्रांसफर हो गये हैं, जिन्हें आरोपियों द्वारा बडी ही चलाकी के साथ इंटरनेट बैंकिंग द्वारा ट्रांसफर किया गया है, इस पूरे मामले में एक गिरोह काम करता है जिसमें हर व्यक्ति का काम अलग अलग है, एक व्यक्ति कंपनी की मेल को हैग करके उसके खाते की अंदरूनी जानकारी प्राप्त करता है तो दूसरा व्यक्ति खाते में डले हुए मोबाईल नम्बर को हैग करके पैसों को इंटरनेट बैकिंग द्वारा अपने अन्य साथियों के खाते में ट्रांसफर कर देता है। इसी प्रकार इन दोनों शातिर आरोपियों ने दिल्ली की एक कंपनी के खाते से भी 11 लाख रूपये भी ट्रांसफर किये हैं, इस पूरे क्राईम के मामले में पुलिस ने बिहार के मौनू, करावल नगर दिल्ली के बिंदेश कुमार और नोएडा के वेदप्रकाश को गिरफ्तार कर अन्य साथियों की जांच शुरू कर दी है। दोनों अरोपियों से पुलिस ने दो लैपटॉप और कई मोबाईल फोन बरामद किये हैं, वहीं तीसरे साथी के खाते में ट्रांसफर की गई राशि को भी बरामद कर लिया गया है।

वहीं शातिर आरोपी मोनू की माने तो वो पिछले दो साल से इस प्रकार के क्राईम कर रहा है अब तक करीब आधा दर्जन कंपनियों के खातों की सिम हैग करके उनसे पैसा निकाल चुका है।


फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

Post A Comment:

0 comments: