नई दिल्ली: देश भर में देखा जाता है कि लोग पुलिस के खिलाफ सड़कों पर उतरते है पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हैं, मुर्दाबाद के नारे भी लगाते हैं लेकिन मध्य प्रदेश में लगभग एक हफ्ते से इसका उलटा हो रहा है । एक जांबाज पुलिस अधिकारी के तबादले के बाद एक एक जिले की नहीं प्रदेश के कई जिलों की जनता सड़कों पर उतर आई । मध्य प्रदेश के कटनी के एसपी गौरव तिवारी के सपोर्ट में जिस तरह पूरा शहर सड़कों पर उतर आया। उसे देख सरकार हिल गई ।
लोग तिवारी का ट्रांसफर रद्द करने की मांग लेकर सड़कों पर उतरे थे । तिवारी का ट्रांसफर कटनी से छिंदवाड़ा कर दिया गया था । वे एक्सिस बैंक समेत कई बैंकों में फर्जी खातों से 500 करोड़ के हवाला लेन-देन की जांच कर रहे थे। तिवारी कटनी में 6 महीने ही पोस्टेड रहे। तिवारी को कटनी का सिंघम कहा जाता है ।
लोग तिवारी का ट्रांसफर रद्द करने की मांग लेकर सड़कों पर उतरे थे । तिवारी का ट्रांसफर कटनी से छिंदवाड़ा कर दिया गया था । वे एक्सिस बैंक समेत कई बैंकों में फर्जी खातों से 500 करोड़ के हवाला लेन-देन की जांच कर रहे थे। तिवारी कटनी में 6 महीने ही पोस्टेड रहे। तिवारी को कटनी का सिंघम कहा जाता है ।
कहा जाता है कि तिवारी ने शहर में गुंडागर्दी को ख़त्म किया । शहर में सट्टाबाजी और जुएबाजी बंद करवा दी । तिवारी सुबह सुबह साइकिल से निकलते थे और लोगों की समस्याएं पूंछ उन्हें दूर करते थे । बताया जा रहा है कि पहली बार पूरा कटनी शहर बंद रहा और कुछ लोगों ने ट्रेन रोक गौरव तिवारी का तबादला रद्द करवाने की मांग की । ताजा जानकारी के मुताबिक़ गौरव तिवारी ने छिंदवाड़ा में पुलिस अधीक्षक का पदभार संभाल लिया है लेकिन जनता अब भी गौरव तिवारी को वापस बुलाने की मांग पर अड़ी है । जनता ने दिखा दिया कि पुलिस अधिकारी अच्छा हो तो जनता उस अधिकारी को दिल में बसा कर रखती है ।
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