नई दिल्ली 31 जनवरी: संजय लीला भंसाली और करणी सेना के बीच सुलह की ख़बरें सूत्रों द्वारा पता चल रहीं हैं । सूत्रों के मुताबिक़ संजय लीला भंसाली करणी सेना की बात मान गए और और उनका कहना है फिल्म में कोई भी दृश्य ऐसा नहीं दिखाया जाएगा जिससे किसी समाज को दुःख पहुंचे लेकिन इसी दौरान मोदी के एक मंत्री का बड़ा बयान आया है । केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बॉलीवुड फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली पर जयपुर में हुए हमले का एक तरह से समर्थन करते हुए एक विवादित बयान दिया है। संजय की आगामी फिल्म्ा 'पद्मावती' के विवाद पर मीडिया से बातचीत में करणी सेना का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि यह पूरा प्रकरण काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। इस देश में औरंगजेब और टीपू सुल्तान को आदर्श मानने वाले लोग देश के इतिहास के साथ लगातार खिलवाड़ कर रहे हैं। गिरिराज का साफ कहना है कि फिल्म में रानी पद्मावती को इस तरह दिखाने का मूल कारण यही है कि वो हिंदू थीं।
गिरिराज ने कहा कि पद्मावती अगर हिंदू नहीं होती तो शायद ही कोई इस तरह की हिम्मत दिखा पाता। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर पूरे मामले को विवादास्पद बनाया गया। गिरिराज ने यह भी कहा कि जनता ने ऐसा करने वालों को सजा दी है। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि पद्मावती ने अपने आपको मिटा दिया लेकिन मुगलों के आगे घुटना नहीं टेका। गिरिराज ने तंज कसते हुए कहा कि हिंदू देवी-देवताओं पर कोई भी फिल्म बना देता है। गिरिराज ने एक खास समुदाय की ओर इशारा करते हुए कहा कि किसी में हिम्मत हो तो उनके धर्मगुरु पर कोई फिल्म बना कर दिखाए।
गिरिराज ने कहा कि पद्मावती अगर हिंदू नहीं होती तो शायद ही कोई इस तरह की हिम्मत दिखा पाता। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर पूरे मामले को विवादास्पद बनाया गया। गिरिराज ने यह भी कहा कि जनता ने ऐसा करने वालों को सजा दी है। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि पद्मावती ने अपने आपको मिटा दिया लेकिन मुगलों के आगे घुटना नहीं टेका। गिरिराज ने तंज कसते हुए कहा कि हिंदू देवी-देवताओं पर कोई भी फिल्म बना देता है। गिरिराज ने एक खास समुदाय की ओर इशारा करते हुए कहा कि किसी में हिम्मत हो तो उनके धर्मगुरु पर कोई फिल्म बना कर दिखाए।
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