फरीदाबाद : क्राइम ब्रान्च हैडक्वार्टर सै•30 की टीम ने दिनाकं 05/09/16 को सैक्टर 31 निवासी सुनील मलिक की हत्या की गुत्थी को सुलझाने मे सफलता प्राप्त की है । एसीपी क्राइम राजेश कुमार चेची और क्राइम बराम सेक्टर तीस के प्रभारी सतेंद्र रावल के मुताबिक सुनील मलिक दिनाकं 05/09/16 को रात 9:00 बजे अपने घर से कही जाने के लिये अपनी i10 कार से निकला था लेकिन उसके बाद घर वापिस नही आया। उसके परिवार वालों ने थाना सै• 31 मे दिनाकं 06/09/16 को अपहरण का केस दर्ज करवा दिया था । बाद मे सुनील मलिक की जली हुई लाश थाना दादरी जिला गौतम बुद्ध नगर मे मिली व कुछ दिन बाद उसकी i10 कार थाना सोहना के इलाका मे जली हुई मिली थी।
एक सप्ताह पहले ही यह केस क्राइम ब्रान्च हैडक्वार्टर सै•30 की टीम को सौपां गया था । टीम ने केस के सभी पहलुओं को ध्यान मे रखकर दोबारा जाचं शुरू की तो सुनील मलिक के खास दोस्त व बिजनेस पार्टनर पवन अधाना की कुछ गतिविधि संदिग्ध थी। इस बात को ध्यान मे रखकर दोबारा सख्ती से पूछताछ की गई तो हत्या की गुत्थी खुल गयी । सुनील की हत्या उसके बचपन के दोस्त व बिजनेस पार्टनर पवन ने की थी । सुनील व पवन बचपन के दोस्त थे व एक साथ ही बिजनेस की शुरूआत की थी ।
पवन ने ही सुनील की पैसो से भी मदद करके बिजनेस शुरू करवाया था । बिजनेस अच्छा चल गया लेकिन पवन की आर्थिक स्थिती थोड़ी कमजोर हो गई। इस बीच पवन को लगने लगा कि सुनील न तो बिजनेस मे ध्यान दे रहा है और पवन के साथ उसका व्यवहार भी बुरा हो गया है । इस बात से खफा होकर पवन ने सुनील को रास्ते से हटाने की योजना बनाई ताकि सारे बिजनेस पर उसका कब्जा हो जाऐ और सुनील से बदला भी पूरा हो जाऐ। इसी कड़ी मे उसने सुनील के किसी लड़की से अवैध सम्बधं होने और देख लेने की धमकी वाला गुमनाम पत्र सुनील के घर पोस्ट किया था ताकि उस पर हत्या का शक न आये । दिनाकं 05/09/16 को मौका देखकर पवन ने सुनील की हत्या कर दी व अपने चाचा के लड़के योगेन्द्र के साथ मिलकर उसके शव को थाना दादरी के इलाका मे ले जाकर जला दिया। अगले दिन गाड़ी को योगेन्द्र व उसके एक दोस्त ने सोहना थाना के इलाका मे ले जाकर जला दिया।
एक सप्ताह पहले ही यह केस क्राइम ब्रान्च हैडक्वार्टर सै•30 की टीम को सौपां गया था । टीम ने केस के सभी पहलुओं को ध्यान मे रखकर दोबारा जाचं शुरू की तो सुनील मलिक के खास दोस्त व बिजनेस पार्टनर पवन अधाना की कुछ गतिविधि संदिग्ध थी। इस बात को ध्यान मे रखकर दोबारा सख्ती से पूछताछ की गई तो हत्या की गुत्थी खुल गयी । सुनील की हत्या उसके बचपन के दोस्त व बिजनेस पार्टनर पवन ने की थी । सुनील व पवन बचपन के दोस्त थे व एक साथ ही बिजनेस की शुरूआत की थी ।
पवन ने ही सुनील की पैसो से भी मदद करके बिजनेस शुरू करवाया था । बिजनेस अच्छा चल गया लेकिन पवन की आर्थिक स्थिती थोड़ी कमजोर हो गई। इस बीच पवन को लगने लगा कि सुनील न तो बिजनेस मे ध्यान दे रहा है और पवन के साथ उसका व्यवहार भी बुरा हो गया है । इस बात से खफा होकर पवन ने सुनील को रास्ते से हटाने की योजना बनाई ताकि सारे बिजनेस पर उसका कब्जा हो जाऐ और सुनील से बदला भी पूरा हो जाऐ। इसी कड़ी मे उसने सुनील के किसी लड़की से अवैध सम्बधं होने और देख लेने की धमकी वाला गुमनाम पत्र सुनील के घर पोस्ट किया था ताकि उस पर हत्या का शक न आये । दिनाकं 05/09/16 को मौका देखकर पवन ने सुनील की हत्या कर दी व अपने चाचा के लड़के योगेन्द्र के साथ मिलकर उसके शव को थाना दादरी के इलाका मे ले जाकर जला दिया। अगले दिन गाड़ी को योगेन्द्र व उसके एक दोस्त ने सोहना थाना के इलाका मे ले जाकर जला दिया।
Post A Comment:
0 comments: