फरीदाबाद 30 नवम्बर। भारतीय प्रवासी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष व वार्ड 6 प्रत्याशी संतोष यादव आज जितेंद्र कुमार की अदालत में पेश हुए। संतोष यादव पर पिछले दो वर्षों से मुकदमा चल रहा हैं। ज्ञात हो कि दो वर्ष पहले ही भूमाफि यों का काफ ी आतंक था जो आए दिन किसी न किसी गरीब आदमी की जमीन कब्ज़ा करते थे । इन कब्जेधारियों के साथ राजनीतिक लोग और भ्रष्ट पुलिस वाले भी मिले हुए थे जो आए दिन किसी न किसी प्रवासी की जमीन कब्ज़ा करते साथ ही उनकी महंगी जमीनों को गुंडागर्दी के दम पर कम दाम देकर आम जनता से जबर्दस्ती छीन लेते थे। इसी दौरान कुछ भूमाफि यों ने रसूल खान की जमीन कब्ज़ा कर ली। जिसकी जानकारी संतोष यादव मिली और उन्होने भूमाफि यों के खिलाफ आंदोलन छेड़ा और गरीब, मजदुर तबके के लोगों की जमीन को भूमाफि यों से मुक्त कराया और इसी दौरान उन्होंने भूमाफि यों से मिले हुए पुलिस थाने.चौकी मैं ताला भी लगाया। जिसके चलते प्रसाशन ने विभिन्न धाराओं में समाजसेवी संतोष यादव पर मुक़दमा दर्ज कर दिया। जिनको आज कोर्ट में पेश होने पर अदालत ने 16.1.2017 की तारीख दे दी है।
संतोष यादव ने बतायाकिजब यह आंदोलन और तेज गति पकड़ा पुलिस प्रशासन घबरा गया और उसने कई ऐसे भूमाफि यों पर भी क़ानूनी कार्यवाही की जिससे आम जनता के जमीन कब्जे करने वाले गिरोह पर लगाम लगा। ऐसा पहली बार देखने को मिला की किसी पुलिस चौकी व् थाने पर ताला मारा गया हो।
यादव ने कहा कि ताला मारने का कार्य सबसे पहले उन्होंने ही किया उसके बाद तो यह परम्परा आगे बडी ओर स्कूल, कालेज, नगर निगम सहित अस्पतालों से परेशान लोगो ने इन संस्थानो में ताला लगा कर अपना रोष प्रदर्शन करना आंरभ कर दिया इसीलिए वह यह पूछना चाहते है कि क्या प्रसाशन सभी लोगों पर मुकदमा दर्ज करता है जो कि आज तक नहीं हुआ। संतोष यादव ने कहा कि भूमाफियों पर क़ानूनी कारवाही करवाई इसी के रंजिश के चलते प्रशासन ने उन पर मुकदमा दर्ज किया क्योंकि कुछ भ्रष्ट अधिकारियो की काली कमाई उन्होंने बंद कर दी थी।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि संतोष यादव भूमाफिया,शराब माफिया,सट्टेबाजों के खिलाफ कई बार कानूनी कार्यवाही करवा चुके है और सडक़ पर पड़े सैकड़ों घायलों की जान बचा चुके है।
मुक़दमे के बारे में संतोष यादव का कहना है कि ये सब राजनीतिक दबाव में झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है परंतु मैं सामाजिक कार्य हमेशा बढ़ चढक़र करता रहूँगा चाहे इसके लिए मेरी जान क्यों न चली जाए।
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