फरीदाबाद, 6 नवंबर- भारत स्काउटस एवं गाइडस के मुख्य राष्ट्रीय आयुक्त डॉ के.के. खंडेलवाल ने कहा कि कल यानि 7 नवंबर, 2024 को भारत स्काउटस एवं गाइडस के 75 साल पूरे होने जा रहे हैं और इस दिशा में हीरक जयंती वर्ष में नई दिल्ली में ‘‘सशक्त युवा विकसित भारत’’ विषय पर एक भव्य वॉकथॉन को आयोजित किया जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि नई दिल्ली में ‘‘सशक्त युवा विकसित भारत’’ विषय पर भव्य वॉकथॉन में लगभग एक हजार बच्चे भाग लेंगें।
वे आज नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वॉकथॉन रन फॉर बीएसजी को गौरव गौतम, युवा सशक्तिकरण और उद्यमिता, खेल और कानून एवं विधायी मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), हरियाणा सुबह 7.00 बजे (रिपोर्टिंग सुबह 5.45 बजे, इंडिया गेट, नई दिल्ली) इंडिया गेट से झंडी दिखाकर रवाना करेंगें। उन्होंने बताया कि यह वॉकथॉन प्रधानमंत्री नरेंंद्र मोदी द्वारा प्रचारित मिशन लाइफ पहल का समर्थन करती है, जो स्थिरता, फिटनेस और युवा सशक्तिकरण पर केंद्रित है। इस यादगार कार्यक्रम के लिए देश भर से प्रतिभागी एकत्रित होगे तथा बीएसजी राज्य, जिला और स्थानीय संघ देश भर में आंदोलन के लिए एकता को बढ़ावा देने के लिए इसी प्रकार के वॉकथॉन का आयोजन करेंगे।
*वर्तमान में इस संस्था के माध्यम से 65 लाख सदस्य प्रशिक्षण ले रहे हैं - खंडेलवाल*
उन्होंने बताया कि भारत स्काउटस एवं गाइडस दुनिया की अकेली ऐसा संस्था है जिनके सदस्य तीन प्रतिक्षा लेते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस संस्था के माध्यम से 65 लाख सदस्य प्रशिक्षण ले रहे हैं तथा अब तक लगभग 4.5 करोड इस संस्था के साथ जुड चुके हैं। उन्होंने बताया कि भारत स्काउटस एवं गाइडस में स्काउटिंग में प्रतिज्ञा ली जाती है कि मैं ईश्वर व देश के प्रति कर्तव्य का पालन करूंगा अर्थात सारी मानवता के प्रति कर्तव्य करना, बीमार की तिमारदारी करना, प्रकृति का संतुलन बनाए रखने में सहयोग करना, पशु व पक्षियों के देखभाल तथा पेड व पौधों इत्यादि का सरंक्षण करना शामिल है।
उन्हांेने देश के प्रति प्रतिज्ञा के महत्व पर बल देते हुए कहा कि एक स्काउट को वतन के वास्ते जीना सिखाया जाता है तथा सार्वजनिक रक्षा करना, सदभाव बनाए रखना, मेलजोल बनाए रखना तथा दूसरों की सहायता बनाए रखना भी सिखाया जाता है। उन्होंने कहा कि कभी दूसरों की सहायता करना व्यर्थ नहीं जाता है क्योंकि यह प्राकृतिक प्रवृति बन जाती है।
*भारत स्काउटस एवं गाइडस को अब नई चुनौतियों के साथ आगे बढना होगा- खंडेलवाल*
डॉ खंडेलवाल ने बताया कि एक स्काउट को अच्छा नागरिक भी बनाया जाता है और इस संबंध में नौ नियम का पालन करना एक स्काउट को बताया जाता है जिसमें क्रेडिविलिटी, अनुशासन, सहासी होना, विनम्र होना इत्यादि हैं। उन्होंने बताया कि स्काउट एक अच्छे नागरिक को तैयार करना एक नींव हैं ताकि एक अच्छा नागरिक तैयार हो सकें।
उन्होंने बताया कि इसमें जीवन को जीने का कौशल, नैतिक कर्तव्यों के साथ-साथ भौतिकता को ध्यान में रखते हुए सहायता करना, प्रबंधन जैसी कुशलता सिखाई जाती है। उन्होंने कहा कि भारत स्काउटस एवं गाइडस को अब नई चुनौतियों के साथ आगे बढना होगा क्योंकि नई शिक्षा नीति के अनुरूप हमें आगे बढना होगा और इस कडी में भारत स्काउटस एवं गाइडस ने कक्षा एक से 12वीं तथा 12वीं के बाद पढने वाले छात्रों के लिए नए पाठयक्रम तैयार किए हैं ताकि नई युवा पीढि को ओर भी अधिक सशक्त बनाया जा सकें।
*भारत स्काउटस एवं गाइडस को आज के युवा के अनुरूप ढालना होगा- खंडेलवाल*
उन्होंने कहा कि भारत स्काउटस एवं गाइडस को आज के युवा के अनुरूप ढालना होगा क्योंकि आज का युवा आईटी, एआई और नोलेज आधारित है और इसलिए आज के युवा को सक्रिय रूप से भागीदारी करने के लिए भारत स्काउटस एवं गाइडस को नए रूप में काम करना होगा। उन्होंने जम्बूरी के बारे में बताया कि जम्बूरी एक प्रकार से एकत्रित होकर रहकर काम करने की प्रणाली है और जमूरी में 25 से 30 हजार युवा एक साथ टेंटेड एरिया में 7 से 10 दिन तक रहते हैं ताकि उनमें टीम भावना का विकास हो सकें और वे अपने कौशल को दिखा सकें।
इस संबंध में उन्होंने बताया कि आने वाली 28 जनवरी, 2025 से 3 फरवरी, 2025 के बीच तमिलनाडु की त्रिचुरापल्ली में जमूरी का आयोजन किया जाएगा जिसमें विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी और वहां पर एक ट्राइवल फेयर भी आयोजित किया जाएगा। इस जमूरी में विदेशों से 5 हजार बच्चे शामिल होगें और तमिलनाडु सरकार द्वारा लगभग 30 करोड रूपए खर्च किए जाएंगें।
इस मौके पर भारत स्काउटस एवं गाइडस के कार्यकारी निदेशक व अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
*भारत स्काउट्स एवं गाइड्सः*
स्वतंत्रता-पूर्व भारत (1907-1947) में स्काउटिंग और गाइडिंग गतिविधियों का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय स्काउटिंग और गाइडिग परिषदों से संबद्ध विभिन्न संघों द्वारा किया जाता था। भारत में स्वतंत्रता के बाद, भारत सस्कार के शिक्षा मंत्रालय ने इन आंदोलनों को मूल्यवान शैक्षिक कार्यक्रमों के रूप में मान्यता दी और बॉय स्काउट्स ऑफ इंडिया हिंदुस्तान स्काउट एसोसिएशन गर्ल गाइड्स एसोसिएशन और सेवा समिति जैसे संगठनों को एकीकृत करने के प्रयास आरम्भ किस तत्कालीन शिक्षा सचिव डी ताराचंद के नेतृत्व में इन प्रयासों के परिणामस्वरूप भारत में स्काउटिंग और गाइडिंग गतिविधियों के लिए एकीकृत संगठन के रूप में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स का गठन हुआ।